जरूरतमंद बच्चों के लिए सहारा बनी एनटीपीसी कोलडैम की महिला समिति, ‘संगिनी संघ’ की सराहनीय पहल

कोलडैम (हिमाचल प्रदेश), जुलाई 2025:

जहां हिमाचल प्रदेश का कोलडैम क्षेत्र प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण है, वहीं कुछ ग्रामीण परिवार अब भी शिक्षा जैसी मूलभूत सुविधा से जूझ रहे हैं। ऐसे में एनटीपीसी कोलडैम की महिला समिति ‘संगिनी संघ’ ने एक अनूठी और संवेदनशील पहल कर सैकड़ों उम्मीदों को रोशनी दी है।

एनटीपीसी परिसर के आसपास कई ऐसे परिवार रहते हैं, जहां माता-पिता मजदूरी या घरेलू सहायक का कार्य कर अपने बच्चों का पालन-पोषण करते हैं। ऐसे में स्कूली शिक्षा तक पहुंच तो हो जाती है, लेकिन पढ़ाई का उचित माहौल, मार्गदर्शन और आत्मविश्वास इन बच्चों में अक्सर नहीं होता। इन्हीं समस्याओं को समझते हुए संगिनी संघ ने अक्टूबर 2024 में निःशुल्क ट्यूशन कक्षाएं शुरू कीं।

इस पहल के तहत कक्षा 1 से 9वीं तक के बच्चों को दो समूहों में बाँटकर नियमित शिक्षण कार्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। पढ़ाई के साथ-साथ खेल, रचनात्मक गतिविधियाँ, संवाद और व्यक्तिगत जुड़ाव इस पहल का अहम हिस्सा हैं। शुक्रवार को स्वयं संगिनी संघ की सदस्याएं बच्चों से मिलती हैं, उनका मार्गदर्शन करती हैं और उन्हें उत्साहित करती हैं।

संगिनी संघ की सदस्याएं शुरुआत में स्वयं शिक्षिका बनीं। बाद में बच्चों की बढ़ती समझ और विषयगत ज़रूरतों को देखते हुए विषय विशेषज्ञ शिक्षक भी इस मिशन में जोड़े गए। आठ महीने में इस पहल का प्रभाव साफ़ दिख रहा है – जहां पहले बच्चे जवाब देने में हिचकते थे, अब वे आत्मविश्वास के साथ संवाद करते हैं और शैक्षणिक गतिविधियों में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं।

अब तक लगभग 20 बच्चे इस शिक्षण व्यवस्था से लाभान्वित हो चुके हैं। उनके माता-पिता, जो कभी अपने बच्चों की शिक्षा को लेकर असमंजस में रहते थे, आज एनटीपीसी और संगिनी संघ को धन्यवाद देते नहीं थकते।

संगिनी संघ ने यह साबित कर दिया है कि जब संवेदना, संकल्प और समर्पण मिल जाएं, तो सामाजिक बदलाव की लहर खुद-ब-खुद उठती है। एनटीपीसी कोलडैम परिसर में चल रही यह पहल सिर्फ एक शिक्षण केंद्र नहीं, बल्कि उम्मीद की पाठशाला बन गई है।

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