पवन धीमान
हमीरपुर, 30, जून, टोनी देवी के नजदीकी गांव दरकोटी में राष्ट्रीय राजमार्ग 03 के निर्माण में जुटी कंपनी द्वारा अवैध रूप से करवाई गई अवैध मलबे की डंपिंग साइट पर बारिश ने एक नया सवाल खड़ा कर दिया है। बारिश से दरके मलबे के नीचे से उभरी गली सड़ी सब्जियों समेत प्याज़ की दर्जनों बोरियां यहां की स्वछता व्यवस्था और पर्यावरण को दूषित करने की कार्यप्रणाली को जगजाहिर कर रहीं हैं। इस घटनाक्रम से स्थानीय पंचायत की स्वछता के प्रति नजरअंदाजी और गांव के कुछ लोगों द्वारा कंपनी पर डंपिंग साइट को बदलने के दबाव की आशंका भी सामने आ रही है। इस गांव के कुछ लोगों द्वारा निर्माणाधीन कंपनी पर डंपिंग साइट को बदलने के दबाव के समाचार भी सामने आ चुके हैं क्योंकि कंपनी के अधिकारी स्पष्ट तौर तो स्थानीय गांववासी दबे स्वर गांव के कुछ चुनिंदा गांव वासियो पर डंपिंग साइट बदलने का आरोप लगा चुके हैं। इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता है कि एसडीएम हमीरपुर के समक्ष भी कुछ लोग डंपिंग साइट को बदलने का लिखित आग्रह कर चुके हैं। परंतु यह भी सामने आया है कि गांव वासियों द्वारा हुई बैठक में टोनी देवी पुलिस चौकी के बिल्कुल नजदीक मलबे को फेंकने की सिफारिश की गई थी। परंतु इसके बावजूद कुछ चुनिंदा लोगों द्वारा कंपनी पर इस अवैध साइट पर जबरदस्ती मलबे डंपिंग करवाई गई। कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश के कारण मलबे के दरकने से गली सड़ी सब्जियों और प्याज के बोरियां उभर कर सामने आने से गांव के उन चुनिंदा लोगों द्वारा कंपनी पर बनाए गए दबाब की आशंकाएं बढ़ती जा रही है।स्थानीय लोगों द्वारा भी कयास लगाए जा रहे हैं कि उन चुनिंदा गांववासियो ने किसी प्रमुख व्यवसाई के प्रभाव या प्रलोभन के चलते गली सड़ी सब्जियों और प्याज को ठिकाने लगाने और दबाने के चक्कर में कंपनी पर डंपिंग साइट को बदलने का दबाव बनाया होगा।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिकइन गली सड़ी सब्जियों और प्याज को ठिकाने लगाने के चक्कर में वन विभाग के खैर समेत अन्य हजारों की तादाद में पेड़ दब गए हैं। खैर यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा।
