पवन धीमान, हमीरपुर :
निर्माणाधीन राष्ट्रीय राजमार्ग-03 (NH-03) के दरकोटी सेक्शन में लैंडस्लाइड शुरू होने के बाद यातायात को वन-वे कर दिया गया है। स्थानीय निवासियों का आरोप है कि निर्माण कंपनी द्वारा मलबा अव्यवस्थित ढंग से जमा किए जाने के कारण यह समस्या उत्पन्न हुई है। इसके बावजूद, न तो कंपनी के जिला प्रोजेक्ट मैनेजर, न ही साइट इंजीनियर या कोई अन्य उच्चाधिकारी मौके का निरीक्षण करने पहुंचा है।
*गुणवत्ता की अनदेखी, घोटाले के आरोप*
स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया जा रहा है। उनके अनुसार, *”जिस मानक के अनुसार सड़क बननी चाहिए थी, वह काम पूरा नहीं हो पा रहा है। DPR (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) में लाखों रुपये का घोटाला हुआ है, क्योंकि हमीरपुर से अवाहदेवी तक एक भी सड़क ठीक से नहीं बनी है।”*
*नागिन जैसी टेढ़ी-मेढ़ी सड़क, जेसीबी का खेल*
आक्रोशित निवासियों ने बताया कि “हमीरपुर से अवाहदेवी तक सड़क नागिन की तरह टेढ़ी-मेढ़ी बना दी गई है। कहीं भी सही ढंग से काम नहीं हुआ है। पूरे इलाके में सिर्फ तीन JCB मशीनें लगाकर करोड़ों रुपये की बर्बादी की जा रही है।”
*कंपनी की मनमानी, अधिकारियों का रवैया*
जब इस मामले में निर्माण कंपनी के साइट इंजीनियर मोहन कुमार से संपर्क किया गया, तो उन्होंने केवल यही कहा कि *”काम चल रहा है।”* वहीं, प्रोजेक्ट मैनेजर अंकित से बात करने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने न तो फोन उठाया और न ही कोई जवाब दिया।
*बिना नंबर प्लेट की गाड़ियों का सवाल*
स्थानीय लोगों ने एक और गंभीर मुद्दा उठाया है। उनके अनुसार, “कंपनी की कई गाड़ियां बिना नंबर प्लेट के चल रही हैं। अगर कोई दुर्घटना हो जाए, तो इन वाहनों को ट्रेस कैसे किया जाएगा?” उन्होंने सवाल किया कि आम नागरिकों की गाड़ियों पर तुरंत कार्रवाई होती है, लेकिन कंपनी के वाहनों के खिलाफ आज तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
*प्रशासन की चुप्पी, जनता की बेबसी*
स्थानीय निवासियों ने कहा कि वे थक-हारकर चुप हो गए हैं, क्योंकि न तो प्रशासन और न ही कंपनी के अधिकारी उनकी समस्याएं सुनने को तैयार हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि “अगर कोई बड़ा हादसा हो गया, तो सभी लोग भागते हुए आएंगे, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी होगी।”
इस मामले में प्रशासन और निर्माण कंपनी की ओर से कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला है। स्थानीय लोगों ने मांग की है कि तुरंत जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई की जाए और सड़क निर्माण का काम पारदर्शी तरीके से पूरा किया जाए।
