हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस पार्टी और उनकी सरकार की सोच सनातन विरोधी है, लगातार मुख्यमंत्री और उनके नेताओं के मन में एक ही बात घर कर चुकी है कि वह 97% हिंदू विचारधारा को हरा कर सत्ता में आए हैं, यह कांग्रेस पार्टी का एक मजबूत दृष्टिकोण एवं सोच है। इस वाक्य को मुख्यमंत्री ने 10 दिसंबर 2022 को शपथ के दौरान, 11 दिसंबर 2022 को सचिवालय में, उसके उपरांत दिल्ली, हैदराबाद और कर्नाटक चुनाव में जगह-जगह इस्तेमाल किया है। ये बात भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शिमला में आयोजित पत्रकार वार्ता में कहे ।
-पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा की हिमाचल प्रदेश में कहीं भी कुछ होता है तो मुस्लिम समुदाय के लोगों के ऊपर मुकदमे दर्ज नहीं किए जाते और हिंदुओं के ऊपर मुकदमे दर्ज किए जाते हैं। चंबा मनोहर हत्याकांड, ऊना में एक मुसलमान डॉक्टर की शिवाजी के खिलाफ टिप्पणी, सिरमौर जिला में आने को गौ हत्या के मामले, संजौली मस्जिद विवाद जहां आंदोलनकारी हिंदुओं के ऊपर मुकदमे बनाए गए पर दूसरे वर्ग के लोगों के ऊपर मुकदमे नहीं बनाए गए।
उन्होंने कहा जब कांग्रेस के दो मंत्री विधानसभा में मुसलमान का विरोध करते हैं और कहते हैं कि बांग्लादेश से लोग हिमाचल में आए हैं तो है कमान उनका मंत्रिमंडल से निकलने की आदेश दे देता है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सिरमौर जिला के पांवटा साहिब में एक 18 वर्ष 4 दिन की लड़की का 19 वर्षीय मुस्लिम व्यक्ति के साथ घर से जाना और इस लड़की के परिवारजनों द्वारा 5 जून को की गई शिकायत और 10 जून को की गई एफआईआर से स्पष्ट होता है कि यह मामला लव जिहाद का है। इस लव जिहाद मामले में विशेष समुदाय के लोगों के घरों से पत्थर फेंके गए उन पर कार्रवाई नहीं हुई पर आंदोलनकारी हिंदुओं के ऊपर अटेंप्ट टू मर्डर यानी बीएनएस 109 के अंतर्गत मुकाबला दे दिए गए। चार लोगों को गिरफ्तार भी कर लिया गया और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ राजीव बिंदल एवं वरिष्ठ नेता सुखराम चौधरी जो कि वहां मौजूद भी नहीं थे उनके ऊपर भी बीएनएस 109 लगा दिया गया जिसके अंतर्गत उन्होंने उच्च न्यायालय से अंतरिम बिल भी ली है। लगता है सरकार को एक मौका मिल गया कि बड़े नेताओं के ऊपर भी गलत कैसे बनाया जाए।
नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कांग्रेस सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी की यह मांग है कि भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के ऊपर से अटेंड टू मर्डर के केस तुरंत प्रभाव से रद्द कर दिए जाएं, जिस लड़के ने लड़की को गुमराह करने का प्रयास किया उसे पर कड़ी कार्रवाई हो और लव जिहाद वाले लड़के के खाते में लाखों रुपए ट्रांसफर हुए उसकी कड़ी जांच हो।
हम स्पष्ट रूप से मानते हैं इस पूरे मामले में लगातार सनातन सच को ठेस पहुंचा है।
