हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिला अंतर्गत घुमारवीं तहसील के छोटे से गांव कठलग (बधाघाट) के अरुण कुमार ने भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट बनकर पूरे क्षेत्र का नाम रोशन किया है। गांव के मध्यम वर्गीय परिवार से ताल्लुक रखने वाले अरुण ने कड़ी मेहनत और लगन के बल पर यह मुकाम हासिल किया है।अरुण कुमार की इस ऐतिहासिक उपलब्धि ने न केवल उनके परिवार बल्कि समूचे बिलासपुर जिले को गौरवान्वित किया है। अरुण की इस उपलब्धि पर इलाके में खुशी है।
अरुण कुमार, सुरेश कुमार व चंचला देवी के सुपुत्र हैं। अरुण कुमार के पिता पहले सेना में नौकरी करने के बाद शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त है। जबकि माता गृहणी है। उनकी एक बड़ी बहन अंबिका , जोकि एनेस्थीसिया की डॉक्टर है। जबकि पत्नी कोमल कुमारी है। अरुण कुमार की प्रराम्भिक शिक्षा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल कठलग तथा उसके बाद जमा एक व जमा दो तक की पढ़ाई मिनर्वा वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल घुमारवीं से की। वर्ष 2017 में उन्होंने भारतीय सेना में भर्ती होकर देश सेवा की शुरुआत की थी। सेना में रहते हुए उन्होंने आयोग परीक्षा उत्तीर्ण की और प्रशिक्षण के लिए प्रतिष्ठित सैन्य अकादमी में चयनित हुए। देहरादून में आयोजित पासिंग आउट परेड में अरुण कुमार ने शानदार प्रदर्शन करते हुए लेफ्टिनेंट पद की जिम्मेदारी ग्रहण की। इस अवसर पर पूरे देशभर से नव-नियुक्त अधिकारी भारत माता की सेवा की शपथ लेते हुए शामिल हुए।
