आमजनो में सरकारी क्षेत्र में तैनात अधिकतर स्वास्थकर्मियों की ड्यूटी के प्रति लापरवाही और मात्र औपचरिकता निभाकर ड्यूटी करने की छवि घर कर चुकी है, परन्तु यह भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है कि सरकारी चिकित्सा क्षेत्र में कुछ ऐसे डॉक्टर भी हैं जो मानवता को अपना एकमात्र लक्ष्य मानकर ड्यूटी हॉयरस के बाद भी मरीजों को उपचार दे रहे हैं। ऐसा भी एक उदाहरण डा राधा कृष्णन मैडीकल कालेज एवं अस्पताल में तैनात एकमात्र कार्डियोलॉजिस्ट डा लक्की ने पेश किया है। वह इस कालेज में एकमात्र कार्डियोलॉजिस्ट होते हुए भी लोगों को बेहतर उपचार के साथ ड्यूटी ऑवरस के खत्म होने के उपरांत देर शाम तक उपचार दे रहे हैं। इसके साथ ही वह एम. बी. बी. एस. स्टूडेंट्स को पढ़ाने समेत इको, टी. एम. टी. आदि प्रकियायों में भी व्यस्त रहते हैं। हालांकि इस कालेज में उनकी ओ. पी. डी.मंगलवार और वीरवार को ही निर्धारित की गई है, इकोलॉजी के लिए वह सोमवार और वीरवार को तैनात रहते हैं। परन्तु इसके बाबजूद अन्य दिनों में भी वह यहां तैनात रहकर मरीजों को उपचार दे रहे हैं। अगर कार्डियोलॉजी विभाग की ओ. पी. डी. पर नजर दौड़ाई जाए तो यहां औसतन 80 से 100 मरीज चैकअप के लिए आते हैं। जो कि एकमात्र कार्डियोलॉजिस्ट के लिए बहुत ज्यादा है। उन्होंने इस मैडीकल कालेज में करीब 1 बर्ष पहले ड्यूटी ज्वाइन की है। प्राइवेट हॉस्पिटलस का महंगा ऑफर ठुकराया और सरकारी चिकित्सा संस्थान को दी प्राथमिकता : काबिलेगौर है कि प्रदेश के साथ देश और विदेश में सरकारी और प्राइवेट सेक्टर में चल रहे चिकित्सा संस्थानो में कार्डियोलॉजिस्ट की बेहद डिमांड हैं। ऐसे कार्डियोलॉजिस्ट को बड़े और नामी प्राइवेट हॉस्पिटल (चिकित्सा संस्थान) संचालक किसी भी महंगे पैकेज पर हायर करने और नियुक्त करने को हमेशा तैयार रहते हैं। डा लक्की को भी दर्जनों प्राइवेट सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल और नामी चिकित्सा संस्थानो बड़े और महंगे पैकेज देने का ऑफर दे चुके हैं, परन्तु उनका कहना है कि उन्होंने अपने परिजनों के कहे अनुसार और आमजनो और गरीबों को बेहतर सेवाएं प्रदान करने के लिए सरकारी चिकित्सा संस्थान को चुना है। यहाँ गरीब और जरूरतमंद लोगों की निस्वार्थ उपचार प्रदान करना एकमात्र लक्ष्य है।
बेहतर कार्डियोलॉजिस्ट होने के चलते दूर-दूर से पहुंच रहे मरीज
बता दें कि डॉक्टर लकी की काबिलियत और बेहतर उपचार प्रदान करने के चलते इस मेडिकल कॉलेज में उनके पास दूरदराज के क्षेत्रों से मरीज लोग पहुंच रहे हैं। मरीज के साथ उनकी मधुर वाणी और बेहतर परामर्श के चलते लोग बेझिझक उनके पास पहुंच रहे हैं
