हिमाचल प्रदेश (एचआरटीसी) की एक श्रद्धालु बस को पंजाब में एक बार फिर बर्बर हमले का शिकार होना पड़ा। बुधवार रात की यह दर्दनाक घटना तब हुई जब कांगड़ा के चामुंडा से उत्तर प्रदेश के वृंदावन जा रही बस पर नंगल-आनंदपुर साहिब हाईवे पर भनुपली के पास अज्ञात बदमाशों ने पथराव कर दिया। हैरानी की बात यह है कि यह बस महज एक दिन पहले ही एचआरटीसी अध्यक्ष आरएस बाली द्वारा पूजा-अर्चना के बाद रवाना की गई थी। पहले ही दिन ऐसा हमला प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़ा करता है।
*दहला देने वाला वीडियो, शीशे चकनाचूर!*
बस में सवार यात्री अविनाश ठाकुर ने बताया कि रात करीब 11 बजे बाइक पर सवार तीन युवकों ने अचानक बस पर जानलेवा हमला किया। एक युवक ने जोरदार पत्थर फेंका, जिससे बस का अगला शीशा चकनाचूर हो गया। घटना का पूरा दृश्य बस के अंदर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुआ है, जिसमें टूटे शीशे और भीतर गिरे पत्थर साफ देखे जा सकते हैं। हमले के बाद बस में सवार श्रीकृष्ण भक्त श्रद्धालुओं में दहशत फैल गई। मगर, बस ड्राइवर ने हिम्मत दिखाते हुए बस नहीं रोकी और यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया।
*पंजाब में बार-बार निशाने पर एचआरटीसी बसें!*
यह पहली बार नहीं है जब पंजाब में हिमाचल की बसों को निशाना बनाया गया है। इससे पहले 18 मार्च को मोहाली के खरड़ इलाके में हमीरपुर जा रही एचआरटीसी बस (HP 67 A-1321) पर कार सवार दो युवकों ने डंडों से हमला किया था। हालांकि, पुलिस ने उस मामले में आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन, बार-बार ऐसी घटनाएं सुरक्षा तंत्र की लापरवाही को उजागर कर रही हैं।
*पंजाब पुलिस की चुप्पी पर सवाल*
एचआरटीसी प्रबंधन ने घटना की सूचना पुलिस को दी है, लेकिन अभी तक हमलावरों की धरपकड़ नहीं हो पाई है। यात्रियों ने पंजाब सरकार और केंद्र से सख्त कार्रवाई की मांग की है। सवाल यह है कि क्या श्रद्धालुओं की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता नहीं है? अगर ऐसे हमले जारी रहे, तो क्या कोई भी राज्य अपने नागरिकों को सुरक्षित यात्रा का भरोसा दे पाएगा?
*अब क्या होगा?*
एचआरटीसी अधिकारियों ने मामले की गंभीरता को देखते हुए पंजाब पुलिस से त्वरित कार्रवाई की मांग की है। वहीं, हिमाचल सरकार भी इस मामले में हस्तक्षेप कर सकती है। आखिर कब तक हिमाचली यात्रियों को ऐसी हिंसा झेलनी पड़ेगी? जनता जवाब मांग रही है!
