जोगिंदर नगर-कोटली को जोड़ने वाले नए पुल का निर्माण कार्य शुरू, जिला परिषद सदस्य कुशाल भारद्वाज ने की मौके पर निरीक्षण

जोगिंदर नगर और कोटली को जोड़ने वाले कून का तर क्षेत्र में नए पुल के निर्माण की स्वीकृति के बाद निर्माण कार्य का आरंभ किया गया। यह कार्य 21 महीने पहले ब्यास नदी में आई बाढ़ के कारण पुराने पुल के बहने के बाद शुरू हुआ। इस निर्माण कार्य का जायजा लेने के लिए जिला परिषद सदस्य कुशाल भारद्वाज ने एक बार फिर से निर्माणाधीन पुल की साइट का निरीक्षण किया। यह उनकी 12वीं स्पॉट विजिट थी।

कुशाल भारद्वाज ने बताया कि पुराने पुल के बहने के बाद से हजारों लोग आवागमन में परेशानी झेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि पुल के निर्माण के दौरान जो अस्थायी झूला लगाया गया था, वह अब पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुका है, और उसका आधा सामान चोरी हो गया है, जबकि बाकी का सामान जंग खा रहा है। उन्होंने अधिकारियों से कहा है कि पुराने पुल के मलबे और जरूरी स्टील को सुरक्षित रखा जाए ताकि सरकारी संपत्ति को बचाया जा सके।

इसके अलावा, उन्होंने जोगिंदर नगर वाले छोर पर भी पुल निर्माण कार्य शुरू करने की मांग की, ताकि बरसात से पहले पुल का निर्माण पूरा किया जा सके। उन्होंने नदी के आर-पार आने-जाने के लिए बनाए गए पैदल रास्ते को भी जोखिम भरा बताया और उसे सुधारने की आवश्यकता जताई। कुशाल भारद्वाज ने पुराने समय के पैदल पुल की तरह लकड़ी का रास्ता बनाने का सुझाव दिया, ताकि लोग गर्मियों में ब्यास नदी में पानी बढ़ने पर भी सुरक्षित रूप से नदी के दोनों ओर जा सकें।

कुशाल भारद्वाज ने बताया कि पुल निर्माण कार्य को शुरू हुए चार महीने हो गए हैं, लेकिन यह अभी भी धीमी गति से चल रहा है। उन्होंने कहा कि पुल के निर्माण के लिए जनता का लगातार सहयोग प्राप्त हुआ है और उन्होंने इस मुद्दे को कई बार मुख्यमंत्री और लोक निर्माण मंत्री के सामने उठाया था। राज्य सरकार द्वारा सस्पेंशन बैली ब्रिज के निर्माण के लिए 2 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिलने से इस पुल का निर्माण कार्य शुरू हुआ, लेकिन इसे अब तेज़ी से पूरा करने की आवश्यकता है।

कुशाल भारद्वाज ने कहा कि पुल निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए अधिकारियों और सरकार से लगातार प्रयास जारी रखने की आवश्यकता है, ताकि क्षेत्रवासियों को जल्द ही राहत मिल सके।

Leave a Comment

error: Content is protected !!