हमीरपुर से आवाहदेवी मंडी बन रहा नेशनल हाइवे अब लोगों की जान निकालने पर आ तुला है। लोग चीख रहे हैं , चिल्ला रहे हैं लेकिन कहीं कोई सुनने वाला नहीं। कहीं डंगे गिर रहे हैं तो कहीं कीचड़ और गढ्डों ने सड़क का बुरा हाल कर रखा है। कोट से लेकर आवाहदेवी तक बस परेशानियां ही परेशानियां नेशनल हाईवे के नाम पर लोगों को मिल रही है। अब तो लोग स्थानीय एम पी अनुराग ठाकुर की चुप्पी पर भी बड़े सवाल उठाने लग पड़े हैं। नेशनल हाईवे नंबर तीन दो साल में बनना था लेकिन अढ़ाई साल बीत जाने के बाद भी बीस प्रतिशत काम नहीं हो पाया है। यह सड़क क्वालिटी , डी पी आर और एलाइनमेंट को लेकर पहले से ही सवालों के घेरे में है। शुक्रवार सुबह संगरोह बाईपास पर जब बिन बारिश के डंगा गिर गया तो सारी व्यवस्था की पोल खुल गई। बाई पास अभी पूर्ण भी नहीं हुआ है और डंगा गिर गया। शनिवार को यहां निर्माण कंपनी बेशर्मी से मलबा हटाने में ऐसे लगी हुई थी जैसे कुछ हुआ ही नहीं। करोड़ों रुपए के राष्ट्रीय धन की यूं बर्बादी देख राजनीतिज्ञों की जुबां भी पता नहीं क्यों बंद है। ग्राम पंचायत समीरपुर के प्रधान चंद्रमोहन ने बताया कि डंगा गिरने से बड़ा हादसा होने से बच गया। घटना के समय लोग खेतों में काम कर रहे थे। उन्होंने काम की क्वालिटी को लेकर सवाल उठाए और निर्माण कंपनी के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कर पूरे मामले की जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ सहन नहीं होगा।
आइए सुनते हैं नेशनल हाइवे की क्वालिटी को लेकर स्थानीय लोग , वाहन चालक क्या कह रहे हैं। ताजा अपडेट और खबरों के लिए पवन धीमान के साथ देखते रहें हिमाचल हेडलाइन न्यूज चैनल।
