उपायुक्त अपूर्व देवगन ने आज यहां बताया कि प्रदेश सरकार की ओर से राज्य आपदा शमन निधि (एसडीएमएफ) के तहत आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों के लिए दो करोड़ 43 लाख 76 हजार 140 रुपए की राशि जारी की गई है।
उपायुक्त ने बताया कि मंडी शहर में विश्वकर्मा मंदिर के समीप हुए भूस्खलन के उपरांत राहत कार्यों के लिए एक करोड़ 66 लाख 44 हजार 301 रुपए की राशि स्वीकृत की गई है। इसमें से पहली किश्त के रूप में लोक निर्माण विभाग को 49 लाख 93 हजार 290 रुपए की राशि जारी की गई है। इसके अतिरिक्त पलचान से थलौट और पंडोह से मंडी तक ब्यास तथा इसकी प्रमुख सहायक नदियों पार्वती, तीर्थन और सुकेती खड्ड में बाढ़ नियंत्रण (फ्लड प्लेन जोनिंग) के दृष्टिगत छह करोड़ 46 लाख 09 हजार 500 रुपए की राशि स्वीकृत की गई है। इसमें से पहली किश्त के रूप में एक करोड़ 93 लाख 82 हजार 850 रुपए की राशि जल शक्ति विभाग के प्रमुख अभियंता (परियोजना) को जारी की गई है। उन्होंने कहा कि उपयोगिता प्रमाण पत्र जारी होने के उपरांत इसकी अगली किश्त जारी की जाएगी।
उन्होंने कहा कि संबंधित विभागों को स्थल विशेष पर ढलान स्थिरीकरण और संरक्षण दिशानिर्देशों के अनुरूप बायो-इंजीनियरिंग विधि से यह कार्य संचालित करने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि यूजर एजेंसी को विस्तृत कार्य योजना के अनुरूप समयबद्ध यह कार्य संपन्न करने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण द्वारा इस कार्य की निरंतर निगरानी सुनिश्चित की जाएगी।
उल्लेखनीय है कि गत वर्ष भारी बरसात के दौरान मंडी शहर के विश्वकर्मा मंदिर के समीप पहाड़ी से भारी भूस्खलन हुआ था। इससे कई घरों को खतरा बन गया था। यह राशि जारी होने से अब इसके स्थिरीकरण कार्य में और गति आएगी। इसके अतिरिक्त ब्यास नदी में बाढ़ के कारण भी संपत्ति का भारी नुकसान हुआ था