राजधानी के समीप जुन्गा में चार दिवसीय शिमला फ्लाइंग फेस्टिवल एवं हॉस्पिटैलिटी एक्सपो-2024 के शुभारंभ अवसर पर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने जाइका वानिकी परियोजना से जुड़े स्वयं सहायता समूूहों के प्राकृतिक उत्पादों की सराहना की। गत बुधवार को राज्यपाल ने वानिकी परियोजना के स्टॉल का लोकार्पण किया। इस अवसर पर परियोजना के मुख्य परियोजना निदेशक समीर रस्तोगी व परियोजना निदेशक श्रेष्ठा नंद शर्मा ने राज्पाल का स्वागत किया। राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने वानिकी परियोजना के अंतर्गत विभिन्न स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों की सराहना करते हुए कहा कि कहा कि आज हम लोग मिलेट्स के उपयोग को बढ़ावा दे रहे हैं ताकि हमारा स्वास्थ्य ठीक रहे। रसायन प्रयोग से बेशक उत्पादन बढ़ता है, परन्तु उनके नुकसान भी बहुत हैं। इसलिए प्राकृतिक उत्पादों का अधिक से अधिक उत्पादन करने की आवश्यकता है। इसके साथ-साथ लोगों की आजीविका में सुधार होगा और उनकी आर्थिकी भी मजबूत होगी। मुख्य परियोजना निदेशक समीर रस्तोगी ने राज्यपाल को जाइका वानिकी परियोजना की गतिविधियों और स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों की मार्केटिंग के बारे अवगत करवाया। शिमला फ्लाइंग फेस्टिवल में किन्नौरी पारंपरिक परिधान, पाइन नीडल प्रोडक्ट्स, लाहौल का छरमा, किन्नौरी राजमाह, खुमानी, सत्तू, पट्टी का कोट, किन्नौरी टोपी व स्टाल, कुल्लू की टोपी, शॉल व स्टाल, आचार, शहद, छरमा का जूस, छरमा की चाय समेत कई उत्पादों की बिक्री हो रही है।
फ्लाइंग फेस्टिवल में प्रोजेक्ट स्टाफ की मौजूदगी
वन मंडल चौपाल में कार्यरत सेवानिवृत हिमाचल प्रदेश वन सेवा अधिकारी एलआर चौहान, प्रोग्राम मैनेजर विनोद शर्मा, डीएमयू शिमला से विषय वस्तु विशेषज्ञ योशा सोलंकी, क्षेत्रीय तकनीकी इकाई समन्वयक मशोबरा वन परिक्षेत्र पूजा, वन परिक्षेत्र तारादेवी से क्षेत्रीय तकनीकी इकाई समन्वयक प्रतिभा शर्मा, डीएमयू चौपाल से विषय वस्तु विशेषज्ञ अरुण वर्मा, क्षेत्रीय तकनीकी इकाई समन्वयक वन परिक्षेत्र कंडा नरेंद्र कुमार, क्षेत्रीय तकनीकी इकाई समन्वयक वन परिक्षेत्र थरोच देवा नंद शर्मा, क्षेत्रीय तकनीकी इकाई समन्वयक वन परिक्षेत्र निचार प्रियंका नेगी व भावानगर से सुरेखा नेगी, क्षेत्रीय तकनीकी इकाई समन्वयक बिलासपुर सदर मधु पुंडीर और कुल्लू से मास्टर प्रशिक्षक जुगत राम ठाकुर मौजूद रहे।