मोदी सरकार ने आज देर शाम मंत्रियों के विभाग तय कर दिए हैं। विभाग जारी होने से पहले प्रधानमंत्री ने मंत्रिमंडल की बैठक की अध्यक्षता भी की। हिमाचल प्रदेश से जेपी नड्डा को स्वास्थ्य मंत्रालय दिया गया है। साथ ही उन्हें रसायन व उर्वरक मंत्रालय. भी सौंपा गया है ।
एनडीए -1.0 में भी नड्डा केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री थे। स्वास्थ्य विभाग में नड्डा की ये दूसरी पारी में मिला है । 1998 से 2003 के बीच जेपी नड्डा हिमाचल में भी स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री रह चुके हैं। 2007 में धूमल की सरकार दूसरी बार बनी। उस दौरान नड्डा वन मंत्री बनाए गए थे। लेकिन धूमल से मतभेद बढ़ने पर 2010 में वन मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था।
पहली मोदी सरकार में नड्डा ने 9 नवंबर 2014 से 30 मई 2019 तक केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को संभाला था। इसके बाद पार्टी के संगठन में राष्ट्रीय अध्यक्ष बन गए थे। 2024 में नड्डा का राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद पर दूसरा कार्यकाल पूरा हो रहा है। नड्डा के केंद्रीय स्वास्थ्य व परिवार कल्याण मंत्री बनने से पहाड़ी प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को भी पंख लगने की उम्मीद है।
बतौर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री नड्डा के कार्यकाल के दौरान हिमाचल में मेडिकल काॅलेजों के निर्माण को बल मिला था। नड्डा के गृह क्षेत्र बिलासपुर में एम्स के भी बड़े स्तर पर चमकने की उम्मीद जग गई है। रसायन व उर्वरक मंत्रालय भी अहम है। फार्मास्यूटिकल्स विभाग की जिम्मेदारी भी रसायन व उर्वरक मंत्री की होती है।
