अग्नि सुरक्षा सप्ताह का उद्देश्य नागरिकों को आग की दुर्घटनाओं से होने वाली क्षति के प्रति जागरूक करना है और आग की दुर्घटनाओं को रोकने एवं आग से बचाव के उपायों के सम्बन्ध में शिक्षित करना है। अग्निशमन विभाग के प्रभारी राजेंद्र चौधरी ने बताया कि अग्नि सुरक्षा सप्ताह में आग लगने पर सुरक्षित मार्ग की व्यवस्था, अग्निशमन उपकरणों का प्रयोग, आग की स्थिती में बचाव के उपाये, उद्योगों में अग्नि सुरक्षा व सावधानियां, विद्युत अग्नि सुरक्षा व सावधानी, बहुमंजिलें भवनों में अग्नि सुरक्षा, विकलांग व्यक्तियों के लिए अग्नि सुरक्षा आदि के प्रति जागरूक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि
14 अप्रैल, 1944 को मुम्बई बंदरगाह पर एक भयानक और दर्दनाक हादसा हुआ था। मुम्बई बंदरगाह पर एस०एस० फोर्टस्टीकेन नामक मालवाहक जहाज में रूई गांठें, विस्फोटक सामग्री एवं युद्ध उपकरण भरे होने के कारण उसमें अकस्मात भयानक आग लग गई थी। मुम्बई के अग्निमन दल के जवान आग को बुझाने की लगातार कोशिश कर रहे थे इसी वक्त आग बुझाते समय जहाज में विस्फोटक सामग्री होने के कारण भयानक विस्फोट हुआ और मुम्बई नगरी ही नहीं बल्कि पूरा देश हिल गया था। इस, अग्निकाण्ड में आग बुझाने वाले 66 अग्निशमन कर्मी आग की चपेट में आकर वीरगति को प्राप्त हुए थे।
इन बहादुर अग्निशमन कर्मियों की स्मृति में प्रत्येक वर्ष 14 अप्रैल से 20 अप्रैल तक अग्निशमन दिवस (फायर डे) मनाया जाता है। अग्नि सुरक्षा सप्ताह के प्रथम दिन 14 अप्रैल को आदेशक गृह रक्षा 10वीं वाहिनी हमीरपुर विजय कुमार सकलानी की अगुवाई में अग्निशमन केन्द्र हमीरपुर, अग्निशमन चौकी सुजानपुर, अग्निशमन चौकी बिझड़ी व अग्निशमन चौकी भोरंज के कर्मचारियों ने सुबह दो मिनट के लिए मौन रख कर शहीद वीर जवानों को श्रद्धांजलि दी। अग्नि सुरक्षा सप्ताह के अंतर्गत अग्निशमन दल द्वारा नागरिकों को अग्नि से बचाव और सावधानी बरतने के सम्बन्ध में जागरूक करने के लिए भिन्न-भिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है।
उन्होंने स्थानीय जनता से अपील की है कि अपने निजी फायदे के लिए वनों में आग ना लगाएं यदि कोई ऐसा करता हुआ दिखे तो पुलिस, सम्बन्धित विभाग को सूचित करे तथा वन-सम्पदा को बचाने व राष्ट्रीय निर्माण में भागीदार बनें। अग्नि सुरक्षा सप्ताह का उद्देश्य नागरिकों को आग की दुर्घटनाओं से होने वाली क्षति के प्रति जागरूक करना और आग की दुर्घटनाओं को रोकने एवं अग्नि से बचाव के उपायों के सम्बन्ध में शिक्षित करना है, इसके साथ ही सुरक्षित मार्ग की व्यवस्था अग्निशमन उपकरणों का प्रयोग, आग की स्थिती में बचाव के उपाए, उद्योगों में अग्नि सुरक्षा व सावधानियां, विद्युत अग्नि सुरक्षा व सावधानी, बहुमंजिलें भवनों में अग्नि सुरक्षा, विकलांग व्यक्तियों के लिए अग्नि सुरक्षा आदि के प्रति जागरूक किया जाएगा।
