ब्रेकिंग न्यूज हिमाचल प्रदेश की बागी पूर्व विधायकों के घर में तेरा तो ही केंद्रीय जल पुलिस फोर्स

 

हिमाचल प्रदेश में अब मोहाल कुछ ज्यादा ही गरम हो गया है बागी और इंडिपेंडे विधायक के घरों पर भी अब केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स का पहरा लगा दिया गया है। विधायक पहले ही सीआरपीएफ के पहरे में है। अब इनके घरों पर भी सिक्योरिटी कवर लगाने की सूचना है।

 

बताया जा रहा है कि हमीरपुर में निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा, गगरेट में कांग्रेस के बागी चैतन्य शर्मा, कुटलेहड़ देवेंद्र कुमार भुट्टो, सुजानपुर से राजेंद्र राणा और नालागढ़ से निर्दलीय केएल ठाकुर के घर पर सीआरपीएफ के जवान तैनात कर दिए है। अन्य बागी विधायकों के घर पर भी जल्द केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स तैनात की जा सकती है।

 इन पूर्व विधायकों के घर पर छह-छह सीआरपीएफ जवान तैनात किए गए है। तीन शिफ्ट में दो-दो जवान हर वक्त पहरा देंगे। प्रदेश के इतिहास में यह अभूतपूर्व घटना है। देवभूमि व शांत प्रदेश हिमाचल में पहले ऐसा कभी नहीं हुआ।

हिमाचल में बीते 27 फरवरी को राज्यसभा सांसद चुनाव हुए हैं। इन चुनाव में कांग्रेस के छह विधायकों ने भाजपा प्रत्याशी हर्ष महाजन को वोट दिया। इससे कांग्रेस के अभिषेक मनु सिंघवी और भाजपा के हर्ष महाजन को 34-34 वोट मिले। बाद में लॉटरी से हर्ष महाजन चुनाव जीत गए।

 

इन बागी विधायकों पर आरोप है कि इन्होंने पार्टी व्हिप का भी उलंघन किया है। व्हिप जारी करने के बावजूद बागी विधायक कम मोशन, फाइनेंशियल बिल और बजट पास करते वक्त सदन से गैर हाजिर रहे। इसे लेकर संसदीय कार्यमंत्री हर्ष वर्धन चौहान ने स्पीकर के पास अपील की और स्पीकर ने इन्हें व्हिप के उलंघन का दोषी मानते हुए अयोग्य घोषित ठहराया। हालांकि अपनी अयोग्यता को इन्होंने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है। 

आखिर इन विधायकों के घर पर सिक्योरिटी कवर क्यों लगाया गया है। क्या ये विधायक बीजेपी जॉइन करने वाले है। बागी व निर्दलीय विधायक 17 दिन से सीआरपीएफ के पहरे में है। अब इनके घरों पर भी सुरक्षा बढ़ाई गई है।

कांग्रेस के छह बागी और तीन निर्दलीय विधायक पिछले कल ही ऋषिकेश से गुड़गांव शिफ्ट हुए हैं। इसलिए सियासी गलियारों में इस बात को लेकर भी चर्चा तेज हो गई है कि क्या ये लोग बीजेपी जॉइन करने वाले है।

गगरेट से विधायक चैतन्य शर्मा के पिता राकेश शर्मा और निर्दलीय आशीष बुटेल को कल शिमला के बालूगंज थाना में पेश होना है। संभव है कि दोनों कल सीआरपीएफ के पहरे ही पुलिस के समक्ष पेश होंगे। हिमाचल हाईकोर्ट ने चार दिन पहले इन्हें इसी शर्त पर जमानत दी थी कि ये लोग शुक्रवार को पुलिस जांच में सहयोग करेंगे।

Leave a Comment

error: Content is protected !!