2024 के खत्म होने से पहले पहले हिमाचल की सड़कों का एक लाख करोड़ रुपए से होगा कायाकल्प: नितिन गडकरी

 

 

 

हमीरपुर में उपस्थित विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश पर्यटन की दृष्टि से बहुत फेमस है। हिमाचल प्रदेश में यदि पर्यटन को उद्योग व्यापार को आगे बढ़ाना है और यदि प्रदेश में ज्यादा कैपिटल इन्वेस्टमेंट लाना है तो इंफ्रास्ट्रक्चर को और ज्यादा बढ़ाना होगा। प्रदेश में पानी बिजली की कोई कमी नहीं है लेकिन बेहतर सड़कें यहां की प्रमुख जरूरत है। इस जरूरत को समझते हुए 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जब मैं इस विभाग का मंत्री बना तो हमने प्रमुख रूप से हिमाचल प्रदेश के लिए राष्ट्रीय राजमार्गों की संख्या कई गुना बढ़ाई थी। आज हम हमीरपुर में 4000 करोड रुपए की लागत से तैयार हुई सड़क परियोजना का लोकार्पण कर रहे हैं। और मैं आप सबको यह विश्वास दिलाता हूं कि 2024 के खत्म होने से पहले पहले हिमाचल प्रदेश के अंदर एक लाख करोड रुपए की लागत से सड़कों का कायाकल्प होने वाला है कुछ सड़के बन चुकी होगी कुछ बन रही होगी और कुछ का काम शुरू होने वाला होगा। हम 1 लाख करोड रुपए खर्च करके हिमाचल प्रदेश के लो इंफ्रास्ट्रक्चर को दुनिया के मुकाबले का बनाने के लिए पूरी तरह काम करेंगे। नितिन गडकरी ने कहा कि अनुराग सिंह ठाकुर की मांग के अनुरूप हमीरपुर के बाईपास बनाने के लिए विभाग को डीपीआर बनाने के आदेश यहां से दिए जा रहे हैं और यह काम भी जल्दी ही शुरू करवा दिया जाएगा। शिमला बिलासपुर कांगड़ा मटौर सड़कमार्ग को पूरी तरह फोरलेन बनाने का वचन आपको यहां से देता हूँ। । सीआरएफ और सेतु मंडल परियोजना के तहत हिमाचल प्रदेश को अतिरिक्त 150 करोड़ रुपए भी यहां में मंजूर कर रहा हूं।

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि शिमला से मटौर के लिए दस हज़ार करोड़ रुपए की लागत से बन रहे मार्ग में टनल बाईपास फोरलेन डबल लेन फोल्डर बनने के पश्चात कुल 43 किलोमीटर की दूरी कम हो जाएगी जिससे लोगों का समय बचेगा। मुझे बहुत खुशी है कि यह भी काम बहुत महत्वपूर्ण है और जिसको हम तीव्रता से आगे बढ़कर जल्दी ही खत्म कर देंगे। हमीरपुर बाईपास बनाने के विषय में विशेष रूप से बताते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 740 करोड रुपए की लागत से बनने वाले इस बाईपास की लंबाई 17 किलोमीटर होगी जिसको 2025 तक पूरा कर दिया जाएगा। इस मार्ग के बनने से लोगों का समय बचेगा और 7 घंटे की दूरी को वह 4 घंटे में पूरी कर पाएंगे इस मार्ग के बनने से कांगड़ा हमीरपुर बिलासपुर सोलन और शिमला जिले की कनेक्टिविटी आपस में और बेहतर हो जाएगी। पंजाब हिमाचल सीमा के साथ-साथ नादौन अम्ब और ऊना तक फोरलेन मार्ग का निर्माण 1700 करोड रुपए की लागत से किया जाएगा दिसंबर 2024 तक इस कार्य की डीपीआर बन जाएगी और इसके तुरंत बाद यह काम शुरू होकर हम तीव्र गति से इसको पूरा करेंगे मैं ऐसा आपको वचन देता हूं। पठानकोट से मंडी तक 12000 करोड रुपए की लागत से हम फोरलेन मार्ग का निर्माण कर रहे हैं 171 किलोमीटर लंबे इस मार्ग के बनने के पश्चात 48 किलोमीटर की दूरी कम होगी। अभी यह दूरी 232 किलोमीटर है। पंजाब बार्डर के चक्की पालमपुर बैजनाथ से मंडी तक 11000 करोड रुपए की लागत से 197 किलोमीटर लंबे मार्ग का निर्माण किया जा रहा है जिसमें 100 किलोमीटर फोरलेन और 97 किलोमीटर टू लेन सड़क मार्ग होगा। इस रास्ते में 113 किलोमीटर ग्रीन फील्ड है यानी की 113 किलोमीटर सड़क बिल्कुल नयी बनेगी। मंडी के लिए बाईपास और फोरलेन टनल का काम नेरचौक से कुल्लू तक 4800 करोड रुपए की लागत से फौरन का काम पर्यटन को और मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण रहेगा इसके अलावा सोलन से गरली तक 1135 करोड़ के लागत से सड़क मार्ग बना रहे हैं इसे लुधियाना से 17 किलोमीटर दूर माने गांव में दिल्ली कटरा एक्सप्रेस हाईवे से जोड़ा जाएगा जो लोग दिल्ली से कटरा जाएंगे वह वापसी में लुधियाना से शिमला भी एक बढ़िया मार्ग से पहुंचने का विकल्प इस सड़क के माध्यम से पा सकेंगे यह हाईवे एनएच 42 और उत्तर दक्षिण कॉरिडोर से ट्रैफिक के दवाब को कम करेगा। 

 केंद्रीय मंत्री ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश में वह 15000 करोड रुपए की लागत से 32 टनल का निर्माण कर रहे हैं। पूरे देश में टनल निर्माण के क्षेत्र में हमने हिमाचल प्रदेश को सबसे अधिक प्राथमिकता दी है मनाली से लेह लद्दाख तक सीधी कनेक्टिविटी हो इसके लिए हम 19000 करोड रुपए की लागत से 7 टनल का निर्माण कर रहे हैं लद्दाख से श्रीनगर के रास्ते में कुछ टनल बनाकर पूरी हो चुकी हैं उसके आगे हम श्रीनगर से जम्मू तक 17 टनल बना रहे हैं जो लगभग 3 महीने में बनकर पुरी हो जाएगी जिनको कटरा के पास दिल्ली कटरा एक्सप्रेस हाईवे से जोड़ा जाएगा इसके पश्चात कटरा से लगभग 7 घंटे में दिल्ली पहुंचा जा सकता है अमृतसर से दिल्ली 4 घंटे में और दिल्ली से मुंबई लगभग 12 घंटे में पहुंच जाएगा इस कनेक्टिविटी को और आगे बढ़ते हुए दक्षिण में चेन्नई और अन्य जगह से जोड़ते हुए यह रास्ता दूरी में 325 किलोमीटर कम हो जाएगा। जो हम हमेशा अपने भाषणों में रहते थे कश्मीर से कन्याकुमारी तक वह सही रूप में मनाली से कन्याकुमारी तक कनेक्टिविटी के रूप में बेहतर मार्ग हम पूरा करके देंगे। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जेपी नड्डा के गृह क्षेत्र में सीआरएफ के तहत 125 करोड रुपए का एक काम की मंजूरी भी मैं यहां से दे रहा हूं जो जल्दी पूरा कर लिया जाएगा। केंद्रीय मंत्री हिमाचल प्रदेश के उज्जवल भविष्य और प्रगति की कामना की।

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