राष्ट्रीय शिक्षा नीति का हिमाचल के सभी उच्च शिक्षण संस्थानों में क्रियान्वयन करना हमारी प्राथमिकता है। इसके लिए सभी विश्वविद्यालयों के साथ योजना बनाई जा रही है। यह बात हिमाचल प्रदेश राज्य उच्च शिक्षा परिषद के अध्यक्ष सर्बजोत सिंह बहल ने हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर में प्राध्यापकों के साथ हुई बैठक में कही। हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय हमीरपुर के कुलपति प्रो शशि कुमार धीमान की अध्यक्षता में हिमाचल प्रदेश राज्य उच्च शिक्षा परिषद के अध्यक्ष की बैठक हुई, जिसमें तकनीकी विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता शैक्षणिक प्रो जयदेव भी मौजूद रहे। कुलपति ने कहा कि हिमाचल प्रदेश तकनीकी विश्वविद्यालय में स्नातक और स्नातकोत्तर विषयों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार पाठ्यक्रम तौर कर 2022 से ही क्रियान्वयन शुरू कर दिया है। वहीं, हिमाचल प्रदेश राज्य उच्च शिक्षा परिषद के अध्यक्ष ने पीपीटी के माध्यम से राष्ट्रीय शिक्षा नीति को हिमाचल में कैसे लागू किया जा सकता है, इसके बारे में प्राध्यापकों के साथ व्यापक चर्चा की। उन्होंने कहा कि बहुविषयक (Inter Disciplinary) अर्थात दो से अधिक अलग-अलग विषयों की एक साथ पढ़ाई करने की छूट देना राष्ट्रीय शिक्षा नीति की आत्मा है। उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन को लेकर तकनीकी विवि के प्रयासों की सहराना की। उन्होंने कहा कि हिमाचल के विद्यार्थियों के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति के आने वाले समय में शिक्षा-उद्योग संबंध, छात्र केंद्रीत गतिविधियों को बढ़ावा देना, ग्रीन कैंपस सहित अन्य रोजगार सृजन आधारित शिक्षा पर फोकस करना होगा, जिससे विद्यार्थियों में सॉफ्ट व हार्ड कौशल विकसित हो सके। साथ ही उत्कृष्ठ विद्यार्थियों के साथ पढ़ाई में सामान्य विद्यार्थियों पर ज्यादा ध्यान देना प्राध्यापक की प्राथमिकता रहनी चाहिए। उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति के स्कूली व उच्च शिक्षा के प्रारूपों का व्यापक अध्ययन करने का भी आह्वान किया। बैठक में तकनीकी विवि के प्राध्यापक मौजूद रहे।