हमीरपुर, 3 दिसंबर —पूर्व विधायक राजेंद्र राणा ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश के इतिहास में सुक्खू सरकार ने चालान करने के नए रिकॉर्ड बनाए हैं और प्रदेश में एक तरह से चालान राज स्थापित होकर रह गया है।
आज यहां जारी एक बयान में पूर्व विधायक राजेंद्र राणा ने प्रदेश में बेहिसाब चालान किए जाने को लेकर सरकार पर तीखा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि मित्रों पर सरकारी खजाना लुटाने के बाद अब सुक्खू सरकार आम जनता से चालानों के माध्यम से खजाना भरने का प्रयास कर रही है। यह प्रक्रिया न केवल असंवेदनशील है, बल्कि अन्यायपूर्ण भी है। उन्होंने कहा कि नियमों के उल्लंघन करने पर चालान किया जाना तो बिल्कुल जायज है लेकिन
सरकार द्वारा पुलिस को टारगेट सौंपकर लोगों पर बार-बार चालान थोपे जा रहे हैं। चोरी हुई गाड़ियों तक के लिए चालान भेजा जा रहा है, जबकि संगीन अपराध रोकने में पुलिस विफल है। उदाहरण के तौर पर, एक पत्रकार की वर्षों पहले चोरी हुई मोटरसाइकिल पर बार-बार चालान भेजा जा रहा है। कई मामलों में एक ही वाहन पर तीन-तीन, चार-चार बार चालान भेजे जा रहे हैं, जिससे आम लोग आर्थिक और मानसिक तनाव झेलने को मजबूर हैं।
राजेंद्र राणा ने सरकार की नीति को अन्यायपूर्ण और अव्यवस्थित बताते हुए कहा कि यह जनता के सब्र का इम्तिहान ले रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि इस नीति का खामियाजा सरकार को भुगतना पड़ेगा और मांग की कि चालान प्रक्रिया में पारदर्शिता लाई जाए, अन्यथा जनता का आक्रोश बढ़ता जाएगा। उन्होंने कहा कि जनता की समस्याओं का समाधान करने की बजाय सरकार लोगों को मानसिक तनाव और आर्थिक बोझ में डाल रही है।